Thursday, February 6, 2014

सेक्सी पड़ोसन भाभी

ये स्टोरी ३ साल पुरानी है तब मेरे परिवार के साथ में मेडिकल कालोनी में रहता था और मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। तभी मेरे पड़ोस में एक परिवार का आगमन हुआ। फ़ैमिली में पति, पत्नी और एक ३ साल का बच्चा। वैसे भी कालोनी में और भी कई भाभियां थी पर नयी भाभी के सामने सब फ़ीका पड़ने जैसा लगता क्योंकि वो नये थे तो मैं कभी कभी उनका मार्केटिंग भी कर लेता। मुझे घूमने का मौका मिल जाता और आंटी को देखने का और कभी कभी थोड़ा थोड़ा छूने का भी। इसी बीच एक महीना बीत गया और भाभी हमारे घर के साथ भी घुल मिल गये। उनके पति और पापा में भी गहरी दोस्ती हो गयी। एक दिन एक शादी में हमे और भाभी को भी न्यौता मिला था पर मम्मी को कुछ काम था सो भाभी भी जाने के लिये मना कर दिया। सो पापा और भैया (भाभी के पति)चले गये। पार्टी कालोनी से ३० किलो मीटर के दूरी पर था और आते वक्त जोर की बारिश के वजह से पापा ने रात के करीब ९ बजे ममा को फोन में कहा के मुझे आंटी के घर जा के सोने के लिये।



फ़िर क्या मैं खाना खाकर १० बजे भाभी के घर चला गया। घंटी बजाई और भाभी ने झट से दरवाज़ा खोल दिया। तभी मैं भाभी को देख कर दंग रह गया। अरे बातों बातों में मैं तो भाभी का फ़ीगर आउट भी नहीं कर पाया। गोरी चिट्टा, लम्बे घने बाल, ब्रेस्ट आगे जितना, गांड उतना पीछे, शोर्ट कट बोले तो ३६-३०-३६ ५.३ ", इतने सारे फ़ीगर के साथ साथ काली नाइटी, जैसे लगा कि आसमान की कोई परी नीचे घूमने आयी हो। फ़िर हम दोनो अंदर आ गये भाभी ने कहा तुम बैठो मैं दूध लाती हूं, मैं वहीं सोफ़े पर बैठ गया। थोड़ी देर में भाभी दूध लेकर आ गयी एक गिलास मुझे दिया और एक गिलास खुद लेकर मेरे पास सोफ़े पर बैठ गयी। और एक अंग्रेजी फ़िल्म देखने लगे जिसमे सिर्फ़ २-३ किसिंग सींस ही थे, उन्होने मुझसे पूछा कि क्या संदीप तुमहारी कोई गर्लफ़्रेंड है या नहीं।

मैं घबरा गया कि भाभी क्या पूछ रही हैं क्योंकि इससे पहले कभी ऐसी बात हमारे उनके बीच में नहीं हुई थी। मैने इंकार में सर हिला दिया तो कहने लगी कि तुम तो लड़कियों कि तरह शरमा रहे हो, मैने कहा नहीं भाभी ऐसी कोई बात नही है। तो उन्होने कहा कि एक बात बताओ तुमने आज तक कभी किसी लड़की या औरत को नंगा देखा है तो मैने जान बूझकर कहा नहीं भाभी आज तक नहीं देखा है, वो मेरे बगल में बैथी थी और जब बातें कर रही थी तो मैं बार बार उनके मम्मो की तरफ़ देख रहा था, भाभी ने मुझे देखते हुए देख लिया था, वो बोली अगर देखना है तो मुझसे कहो मैं तुम्हे ऐसे ही दिखा दूंगी। मैं घबरा गया कि भाभी क्या बोल रही है, उसके बाद भाभी ने मेरे चेहरे पर हाथ रखते हुए बोला कभी किसी के साथ कुछ किया है या नहीं।

तभी मेरे अंदर का जानवर जाग गया तो मैने भाभी से कहा कि मैं आपको किस करना चाहता हूं और कहते हुए उनके चेहरे को अपने तरफ़ खींच कर उनके होंठों पर किस करने लगा, उनके होंठों बहुत ही नशीले थे, मैं उनके होंठों को चूसने लगा और भाभी मेरे होंठों को चूसने लगी, दोनो करीब १५ मिनट तक ऐसे ही किस करते रहे उसके बाद भाभी बोली कि तुम तो कह रहे थे कि तुमने कभी कुछ नहीं किया है लेकिन तुम्हे देखकर लगता नहीं है कि तुमने कभी कुछ नहीं किया है। मैं कुछ नहीं बोला और भाभी की ब्रा एक बटन को खोलकर उनके मम्मे को हल्का हल्का दबाने लगा, उनको भी अच्छा लग रहा था इसलिये कुछ नहीं बोली

फिर मैने उनके ब्रा को पूरा खोल दिया तो भाभी कहने लगी तुम तो बहुत तेज हो, पहले तो तुमने किस करने को कहा और अब मेरे मम्मे दबाने लगे, मैने कहा भाभी आप बहुत खूबसूरत हो और मैं आपको चोदना चाहता हूं, कहके भाभी कि एक मम्मो पर अपना मुंह लगाकर चूसने लगा और दूसरे मम्मे को अपने हाथ से दबाने लगा, भाभी भी मस्ती में आकर ऊऊउह्हहाआआ और जोर से चूसो संदीप बहुत अच्छा लग रहा है चूसते रहो ऊऊऊह्हाआआआ मजा आ रहा है संदीप जोर से चूसो और जोरसे। मैं अपने पूरे स्पीड से भाभी के मम्मे को चूसने लगा, तभी वो सिर्फ़ पैंटी में ही थी, मम्मे चूसते हुए मैने अपने हाथ भाभी के पैंटी के अंदर डाल कर उनके जांघों को सहलाने लगा तब तक भाभी मस्त हो चुकी थी, भाभी की जांघों को सहलाते हुए मैने उनकी चूत को भी हल्के हल्के सहलाने लगा, भाभी मस्ती में आअह्हह्हह्हह ह्हह्हह्हह्ह ऊऊऊउफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ आवाज़ निकाल रही थी।



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