Thursday, March 13, 2014

चाची और लंड

मैं १८ साल का हूं. मैं अपने मम्मी पापा के साथ मुंबई में रहता हूँ. बात उन दिनों की है जब मेरे चाचा जी की तबीयत खराब हो गयी थी और वो मुंबई के हॉस्पिटल में भरती थे. इधर मेरी चाची जी को गाँव से लाने का काम मुझे करना था इसलिए मैं गाँव (उत्तर प्रदेश) चला गया. चाचा की शादी अभी २ बरस पहले ही हुई थी और शादी के कुछ ही महीने बाद से वो मुंबई में काम करने लगे थे. दो तीन महीने में एक दो दिन के लिए वो गाँव जाते थे. इधर बीमारी के वजह से वो तीन महीने से गाँव नहीं जा सके थे.

भाभी कि लीला

मेरे एक रिश्ते के भाई, जो काफ़ी दिनों तक हमारे घर पर रहे थे, की शादी में मैं सपरिवार शामिल हुआ लेकिन मैं अपनी भाभी को देख नहीं पाया। मेरे पेपर थे, इसलिए मैं उसी रात को अकेला वापिस आ गया। लेकिन पेपर खत्म होने के बाद एक महीने की छुट्टी में मैं अपने उस भाई के घर गया तो मैंने पहली बार भाभी को देखा तो देखता ही रह गया। भाभी की लम्बाई करीब साढे पांच फ़ीट होगी और उनका रंग मानो दूध। भाभी के बाल तो उनके चूतड़ों से भी नीचे थे। उमर भी बीस-इक्कीस से ज्यादा नहीं लगती थी।


उनको मैं देखता ही रहा और कुछ बोल नहीं पाया। फ़िर भाभी बोली - आपका नाम श्याम है ना ! मैं चौंक गया, इतनी सुन्दर आवाज?

मैंने उनसे कहा- भाभी जी नमस्ते ! हां भाभी मेरा नाम श्याम ही है।

भाभी की ईच्छा

कई बार सपने में मैं अपनी भाभी को उनकी तारीफ में कहता था .." भाभी आप बहुत खूबसूरत हो आपके रसीले होंठों का रस पीने के लिए कोई भी मर्द चाहेगा गोल गोल बड़ी आँखों में अजीब सी उलझन है आपकी पतली कमर देख कर कोई भी छूने को चाहेगा काजोल की जैसे बड़ी बड़ी चुचियां है आपकी दो मोटे कूल्हों को देखकर हर कोई दीवाना हो जाएगा सच कहूं भाभी आप एक हसींन हिरोइन जैसे दिखती हो." वो मुस्कुरा कर कहती हैं-"बस बस बहुत तारीफ करते हो वो भी झूठी " ये क्या कहा आपने मैं भी कुर्बान जाऊँ आप पर अगर झूठा निकला तो। भैया को अक्सर शहर से बाहर जाना पड़ता है। एक बार भाभी ने काले रंग की साड़ी और ब्लाऊज पहना। भाभी गोरी हैं इसिलिए मैंने उसकी खूब तारीफ की और कहा- भाभी आप तो काले कपड़ो में बहुत ही खूबसूरत दिखाती हो वो मुस्कुरा के बोली झूठे कहीं के।

लवली मामी

मेरी उम्र २५ है आज मैं आपको एक असली कहानी बताने जा रहा हूं दोस्तो मेरी मामी एक सेक्सी औरत है जो एक सेक्सी शरीर रखती है दोस्तो मैं अपनी मामी को ३ साल से बहुत प्यार करता था और उनको चोदना चाहता था पर मेरी हिम्मत उनको कहने की नहीं होती थी मै मामी को धीरे धीरे पटाने लगा मैं जब भी अपने मामी के घर जाता तो पटाने की कोशिश करता था जब एक बार रात को मैं अपनी मामी के पास सो रहा था तो मैंने अपनी मामी की चूचियों पर हाथ रख दिया लकिन मेरी मामी ने कोई आपत्ति नहीं की। मुझे थोड़ा सा यकीन हो गया कि मामी मुझे से प्यार करती है अगले दिन मैने अपनी मामी को हिम्मत करके उनको प्रपोज़ कर दिया मेरी मामी ने मेरा प्रपोज़ स्वीकार कर कर लिया मैं उस समय बहुत खुश हुआ क्योंकि अब मामी को चोदना आसान था मैंने एक दम से अपनी मामी को सेक्स के लिए नहीं कहा मैं एक दो दिन बाद मामी को सेक्स के लिए कहा मेरी मामी एकदम से तैयार हो गई फिर हम दोनो अगले दिन का इंतजार करने लगे क्योंकि मेरे मामा सुबह ऑफीस चले जाते हैं और मेरी मामी के दोनो बच्चे स्कूल चले जाते हैं

बरसात कि रात चाची के साथ

में अपनी कॉलेज की छुट्टियों में अपनी सबसे छोटी चाची के घर गया हुआ था . मेरे चाचा जी आर्मी में थे साल में सिर्फ़ कभी कभार ही घर आया करते थे . उन दिनों में सेकंड इयर के एक्साम दे चुका था . इस लिए मेरी जवानी अपने सुरूर पर थी मेरी चाची को अभी कोई बच्चा नही था उनकी शादी को अभी दो साल ही हुए थे. लेकिन चाचा शादी से पहले ही आर्मी में थे . इसलिए चाची के साथ ज्यादा टाइम साथ नही रह पाए थे . पहले मैंने कभी अपनी चाची को ग़लत नजरो से नही देखा था . लेकिन एक दिन चाची बाज़ार गई हुई थी . के तभी अचानक बारिश शुरू हो गई . में टी वी पर मूवी देख रहा था मूवी में कुछ सीन थोड़े से सेक्सी थे . जिन्हें देख कर मन के ख्याल बदलना लाजमी था . उस टाइम मेरे मन में बहुत उत्तेजना पैदा हो रही थी . में धीरे धीरे अपने लंड को सहलाने लगा .

Thursday, February 6, 2014

सेक्सी पदोसन

कभि कभि उसके पिचे भिहाथ रख देता था उसके सपने अपना लुनद खुजा ता था। धिरे धिरे सेक्स कि बत भि होनि शुरु हुइ मेन मोका देख कर उसके बरेअसत मेन हथ दल देता था या फिर कभि गनद पर हाथ फेर ता था ।मेने उसको पले दिया कि मेरि 4 गिरलफ़रेनद है जो कि मेरे साथ सेक्स करति है वो मन गयि ।फिर मुझको पता चला कि उसकि शहदि को 6-7 साल हो गये है ओर उसके पति ने सिरफ़ उसके साथ 4 बरि किया है मेने बोला कि ये तो 4 सेसोनदस के जैसा लगा ।उसने बोलोअ कि हा ओर बोलि कि मेन तो सरी करति थि जुब घुसता था मगर अचा लगता था मगर अब वो मज़ा नहिन है।मेने उसको बोला कि मेन कुच हेलप करू ।

सेक्सी पड़ोसन भाभी

ये स्टोरी ३ साल पुरानी है तब मेरे परिवार के साथ में मेडिकल कालोनी में रहता था और मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। तभी मेरे पड़ोस में एक परिवार का आगमन हुआ। फ़ैमिली में पति, पत्नी और एक ३ साल का बच्चा। वैसे भी कालोनी में और भी कई भाभियां थी पर नयी भाभी के सामने सब फ़ीका पड़ने जैसा लगता क्योंकि वो नये थे तो मैं कभी कभी उनका मार्केटिंग भी कर लेता। मुझे घूमने का मौका मिल जाता और आंटी को देखने का और कभी कभी थोड़ा थोड़ा छूने का भी। इसी बीच एक महीना बीत गया और भाभी हमारे घर के साथ भी घुल मिल गये। उनके पति और पापा में भी गहरी दोस्ती हो गयी। एक दिन एक शादी में हमे और भाभी को भी न्यौता मिला था पर मम्मी को कुछ काम था सो भाभी भी जाने के लिये मना कर दिया। सो पापा और भैया (भाभी के पति)चले गये। पार्टी कालोनी से ३० किलो मीटर के दूरी पर था और आते वक्त जोर की बारिश के वजह से पापा ने रात के करीब ९ बजे ममा को फोन में कहा के मुझे आंटी के घर जा के सोने के लिये।